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कमलनाथ के घेरे में सीएम शिवराज,बोले- गाल बजाना बंद कीजिए और हाथ चलाना शुरु कीजिए
भोपाल- मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे करीब आ रहा है, नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच वार पलटवार का दौर जारी है। सीएम शिवराज ने जहां कमलनाथ पर कोई काम नहीं करने का आरोप लगाया तो वहीं कमलनाथ ने मुख्यमंत्री को गाल बजाना बंद करने की नसीहत दे दी।
CM शिवराज ने लगातार दूसरे दिन कमलनाथ से उनके 15 महीने के कार्यकाल का जवाब मांगा। उन्होंने कमलनाथ ने पूछा कि आपने वादे के मुताबिक दुग्ध उत्पादकों को बोनस दिया क्या? उन्होंने कहा, “कल मैंने कमलनाथ से सवाल पूछा था, तो वह बौखला गए और कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री कहीं सवाल पूछता है क्या? तुम जनता को भ्रमित करते रहो, झूठ बोलते रहो और हम तुमसे पूछे भी नहीं। तू इधर-उधर की बात न कर, यह बता कि काफिला क्यों लुटा? कमलनाथ तुम यह बताओ कि वादे पूरे क्यों नहीं हुए?”
इसपर पलटवार करते हुए पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि, “मध्य प्रदेश में कोई भी विकास कार्य ना करने की शपथ ले चुके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से मैं यह पूछना चाहता हूं कि आपने भाजपा के “नारी शक्ति संकल्प पत्र” में ”कृषि उपज और दूध के प्राथमिक प्रसंस्करण हेतु महिला स्वयं सहायता समूह और एफपीओ को 20 लाख रुपए तक का दीर्घकालिक ब्याज मुक्त ऋण देने” का वादा किया था। क्या आप जनता के सामने तथ्य रखकर बताएंगे कि इस घोषणा पर क्या प्रगति हुई? या फिर दूध पर किए इस वादे का भी आपने दही कर दिया?”
पीसीसी चीफ ने आगे लिखा, “मैं आपसे पुनः निवेदन करता हूं कि मुख्यमंत्री पद की गरिमा को पहचानिए।गाल बजाना बंद कीजिए और हाथ चलाना शुरु कीजिए। जो कुछ महीने आपकी खरीद-फरोख्त की सत्ता के बचे हैं, उसमें एकाध काम तो जनकल्याण का कर दीजिए।”
बता दें कि सीएम चौहान ने शनिवार को उज्जैन में भी कहा था कि मैं कमलनाथ से उनके कार्यकाल को लेकर सवाल जरूर पूछूंगा, उन्होंने जो वादे किए थे, वे क्यों पूरे नहीं किए? CM के इस बयान पर कमलनाथ ने भी पलटवार किया था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि प्रदेश की जनता आपको कुर्सी से हटाकर सवाल पूछेगी। आप उसी की नेट प्रैक्टिस कर रहे हैं।